छत्रसाल, बुंदेलखंड के भुला दिए गए योद्धा राजा छत्रसाल पर आधारित पहली ऐतिहासिक सीरीज़ है। यह कहानी शुरू होती है 16वीं सदी के भारत में, जब ज़ालिम तानाशाह औरंगज़ेब के राज में मुग़ल साम्राज्य बढ़ रहा था। औरंगज़ेब दिल्ली तक पहुँच चुका था और उसने अपने पिता शाहजहाँ से तख़्त छीन कर, खुद को घोषित कर दिया था “आलमगीर औरंगज़ेब”, जिसका मतलब है “दुनिया को जीतने वाल।” उसी दौरान बुंदेलखंड में, ऐसी भविष्यवाणी हुई कि एक बच्चा जन्म लेने वाला है जो अपने लोगों को आज़ादी दिलाएगा और अपनी मातृभूमी उन्हें दोबारा दिलाएगा। बच्चे को नाम दिया गया छत्रसाल और बड़ा होकर वह बुंदेलखंड की पहचान बना।
यह सीरीज़ छत्रसाल की बहादुरी और औरंगज़ेब के ख़िलाफ़ लड़ी गई उनकी जंग दिखाती है। महाराज छत्रसाल महामति प्राणनाथ जी के शिष्य थे, जिन्होंने उन्हें ज़िंदगी की हर मुश्किल से लड़ना सिखाया। एक राजा होने के नाते छत्रसाल एक बहादुर योद्धा तो थे ही पर साथ ही वे एक आध्यात्मिक गुरू भी थे, और यह खूबी उन्हें अनूठा बनाती थी। वे मध्यकालीन भारत के नायक थे, जो मुग़लों के ख़िलाफ़ एक भी जंग नहीं हारे थे और वे आज भी बुंदेलखंड के युवाओं की प्रेरणा हैं। बुंदेलखंड की मशहूर जगहों में खजुराहो शामिल है, जहाँ 10वीं सदी की मूर्तियाँ हैं जो उम्दा ज़िंदगी और कामवासना दर्शाती हैं। यहाँ पास ही मौजूद पन्ना शहर दुनिया के कुछ शानदार हीरों की खदान के लिए मशहूर है। इस सीरीज़ में मुख्य किरदार नीना गुप्ता और आशुतोष राणा जैसे बड़े कलाकार निभा रहे हैं।